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Showing posts from July, 2017

आसान नहीं है

अभी दिन है कोई शाम नहीं है अँधेरों का दूर तक नाम नहीं है चलो देते हैं कोई बेतुका सा व्यान कई दिनों से शहर में बवाल नहीं है कुछ करें तो कदम रोक देते हैं और न करें तो कहते हैं काम न...

मटका

आधा ज्यादा वक्ता है लेकिन पूरा चुप रहता है समझो तो इँसान भी है न समझो तो बस मटका है ....... मिलाप सिंह भरमौरी

जो होता है उसे होने दो

जो होता है उसे होने दो । अभी मन को आराम से सोने दो। खाली पडे हैं खेत कर्म के उसे मनचाहा बीज बोने दो। देखते हैं क्या उगता है उसमें अभी समय को आगे होने दो। आँखो में सब साफ दिखेगा इ...

बात नहीं करते हो

बात नहीं करते हो कुछ भी। अच्छी नहीं लगती चुप सी । इक मौसम का कोई पता नहीं है। और समझ नहीं आते हो तुम भी। ......... मिलाप सिंह भरमौरी

पहचान का

नया नया चाहने वाला है जरूर जान का ही होगा। पके बाल है उसके ले लेते हैं मशवरा काम का ही होगा। कोई ओर नहीं आएगा यहां तुझे गिराने के लिए। जब भी कोई धक्का देगा वंदा पहचान का ही होग...

अलगर्जीपन

सोचें तो कौन परेशान नहीं होता है। बस अपने सिबाए ध्यान नहीं होता है। थोडा सा अलगर्जीपन भी जरूरी है जीवन में ज्यादा सोचने से कोई काम आसान नहीं होता है।      .......... मिलाप सिंह भरमौ...

Mulakat

बहुत दिनों से उनसे बात नहीं हुई है। बादल तो बहुत आए, पर बरसात नहीं हुई है। ये बरसेंगे जरूर मेघ और बुझेगी तिशनगी भी। अभी हवाओं की नमी से ,उस कद्र मुलाकात नहीं हुई है।            .....