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Showing posts from September, 2015

सुरंग होली धर्मशाला

बहुत दुर्गम क्षेत्र है यह बहुत कठिन है यहाँ का जीवन दस दस किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है तब आता है सामने घर आसमान को छूती चढाईयाँ पाताल के दर्शन कराती खाईयाँ ऐसे हैं चंबा के गा...

खडामुख डंगा

एक दिन की बारिश से ही खड़ामुख का यह हो गया था हाल अगर हफ्ता भर पड  जाती तो क्या हो जाता सोच कमाल इस सब का कारण बांध ही है सबको यह पता है सडक तक आ पहुंचा है पानी अब यह सड़क सेफ कहाँ ...

Holi dharmshala road

होली- धर्मशाला सड़क एक ख्वाइश है इस दिल में न जाने कब वह पूरी होगी होली से धर्मशाला को सड़क बनेगी और 200 किलोमीटर कम दूरी होगी जब भी इस सड़क के सर्वे की खबर आती है रुह अंदर तक तर ह...

Teri mohabat

तेरे प्यार का अांचल उडता है बन बादल वरना इस दिल की धरती प्यासी होती तेरी मोहब्बत से ही रौनक है मेरी दुनिया की अगर तू न होती तो सच बहुत उदासी होती .... मिलाप सिंह भरमौरी

राहत का मकाम

मुस्कुराहट तेरे होठों की दिल को छू जाती है खामोशी तेरे चेहरे की अंदर तक रुलाती है बहुत ढूंढ लिया सुकून को जगह जगह पर जाकर के पर राहत के मकाम की तुझ तक ही राह जाती है ..... मिलाप सि...

असर तेरा

इस तरह हो रहा है मुझ पर असर तेरी मोहब्बत का l कि किस्सा आम -सा बन गया है जुबाँ की बगावत का l कहना कुछ होता है और कह कुछ जाता हूँ मैं l बात - बात पर नाम तेरा लेना हिस्सा सा बन गया है मेरी ...