बहुत दुर्गम क्षेत्र है यह बहुत कठिन है यहाँ का जीवन दस दस किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है तब आता है सामने घर आसमान को छूती चढाईयाँ पाताल के दर्शन कराती खाईयाँ ऐसे हैं चंबा के गा...
एक दिन की बारिश से ही खड़ामुख का यह हो गया था हाल अगर हफ्ता भर पड जाती तो क्या हो जाता सोच कमाल इस सब का कारण बांध ही है सबको यह पता है सडक तक आ पहुंचा है पानी अब यह सड़क सेफ कहाँ ...
होली- धर्मशाला सड़क एक ख्वाइश है इस दिल में न जाने कब वह पूरी होगी होली से धर्मशाला को सड़क बनेगी और 200 किलोमीटर कम दूरी होगी जब भी इस सड़क के सर्वे की खबर आती है रुह अंदर तक तर ह...
तेरे प्यार का अांचल उडता है बन बादल वरना इस दिल की धरती प्यासी होती तेरी मोहब्बत से ही रौनक है मेरी दुनिया की अगर तू न होती तो सच बहुत उदासी होती .... मिलाप सिंह भरमौरी
मुस्कुराहट तेरे होठों की दिल को छू जाती है खामोशी तेरे चेहरे की अंदर तक रुलाती है बहुत ढूंढ लिया सुकून को जगह जगह पर जाकर के पर राहत के मकाम की तुझ तक ही राह जाती है ..... मिलाप सि...
इस तरह हो रहा है मुझ पर असर तेरी मोहब्बत का l कि किस्सा आम -सा बन गया है जुबाँ की बगावत का l कहना कुछ होता है और कह कुछ जाता हूँ मैं l बात - बात पर नाम तेरा लेना हिस्सा सा बन गया है मेरी ...