भज

रस्ता कब कहता
चल मुझ पर तू

ईश्वर कब कहता
भज मुझको तू

मंजिल को पाने के लिए
खुद चलना पडता है

अवसाद मिटाने के लिए
उसको भजना पडता है

..... मिलाप सिंह भरमौरी

शुभ संध्या दोस्तो ......

Comments

Popular posts from this blog

Najar ka asar

सौहार्द