मुस्कान



मीठी- सी मुस्कान तेरी

बहुत तंग करती है।

क्या हैं मायने इसके

जहन में जंग करती है।

तेरा मिल जाना रोज राहों में

इत्तफाक भी हो सकता है।

मगर यह ख्वाहिश यूँही

मोहब्बत के रंग भरती है।

....... मिलाप सिंह भरमौरी



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