कामयाबी

नशा कोई भी हो

सरूर आ ही जाता है।

उठी हुई नजर में 

कसूर आ ही जाता है।

सच में...

हैरान नहीं हूँ कुछ भी

मैं तेरे लफ़्ज़ों पर

कामयाबी पे सबको

गरूर आ ही जाता है।

........ मिलाप सिंह भरमौरी।


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