सपनों के चिराग
सपनों के चिरागों को बुझने मत देना
कि खुद पे अँधेरों को हँसने मत देना
तु करना मत अपनी उम्मीदों को विदा
हरियाली के पत्तों को झडने मत देना
मोड मोड पे आके बाधाएं उलझाएगी
लेकिन उनमें खुद को गिरने मत देना
कभी किसी शानोशौकत जी भरमाएगी
पर अपने इमान को तु सडने मत देना
........ मिलाप सिंह भरमौरी
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