कोशिश कर
अभ्यास करो या बदल लो काम।
पर खाली बैठना है यह हराम ।
गर मंजिल नहीं मिले तो क्या है
संघर्ष ही जीवन का है नाम ।
हार नहीं कह सकते हैं उसको
कोशिश की जब तक हो न शाम।
कोशिश कर ओर कोशिश कर
भटक न पाए मंजिल से ध्यान
..... मिलाप सिंह भरमौरी
Comments
Post a Comment