बात हुई
नजरों की नजरों से जब बात हुई,,,,,,l
खबर न रही कोई कब दिन से रात हुई
दोस्ती हो गई फिर बहारों से अपनी,,,,l
चांद सितारों की संग हमारे बारात हुई l
ओर ज्यादा जीने को जी करता है,,,,,l
कितनी प्यारी संग अपने ये बारदात हुई l
तेरी ही रजा से है धडकन को बास्ता,,,l
जिंदगी की कहानी मेरी अब तेरे हाथ हुई l
..... मिलाप सिंह भरमौरी
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