भूकंप

बर्दाश्त नहीं करती है
प्रकृति कोई भी छेडख़ानी
तभी तो पक्के मल्टीस्टोरी मकानों को ही
पडती है क्षति उठानी

कच्चे मिट्टी के मकानों को
भुकंप कम ही ढह पाता है
और बांस की झुग्गियों में तो
इसका असर ही नजर नहीं आता है

------ मिलाप सिंह भरमौरी

नेपाल और भारत में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों लोगों की आत्मा को भगवान शांति दे।और इस भूकंप से प्रभावित लोगों को इस संकट से बाहर निकलने की शक्ति प्रदान करे।

Comments

Popular posts from this blog

दिल की बात

अदबात