तमाशे की तरह

तमाशे की तरह दिखना क्या
अनमोल होकर कोडी के भाव बिकना क्या
अरे इज्जत से रहो सबको इज्जत देकर
यूहीं छेडख़ानी करके सरे बाजार पिटना क्या

             -------- मिलाप सिंह भरमौरी

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