बदल गई हाथों की रेखा

बदल गई हाथों की रेखा
जबसे हमने तुमको देखा
किस्मत अपनी चमक उठे
गर बन जाए अपना तेरे जैसा

----- मिलाप सिंह भरमौरी

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