Ik aas hai

इक आस है तुझसे मिलने की।
दुख -सुख  दिल  के कहने की।।
छोड  के  तेरी ठंडी  छाया को।
जो  देती  है  हिम्मत जलने की।।

------- मिलाप सिंह भरमौरी

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