समाजसेवा
ये छल से करते हैं जन से
या मेरी मति अधूरी है।
स्पष्ट कह देता हूँ सब
इसलिए तो सबसे दूरी है।
और भी तो कई माध्यम है
जन के तम को हरने के ।
क्या समाज सेवा के लिए
राजनीति में आना जरूरी है।
....... मिलाप सिंह भरमौरी
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