कहने को तो बस वो हमसे रूठ जाते हैं उन्हें क्या पता इससे कितने हम टूट जाते हैं नफरत सी होने लगती है हर शय से हमें जीने के खाव सभी जैसे मन से ही छूट जाते हैं ----- मिलाप सिंह भरमौरी
रख कर हाथ रुखसारों पर मेरी याद में खोए होंगे । अंबर से इक बूँद गिरी है शायद वो वहाँ रोए होंगे । गवारा न था हमसे बिछुडना पल भर भी इक तन्हा रहना । मेरे बिन उस उजली छत पर कैसे वो तन...
बस तेरे नाम से मेरा नाम जुडा रहे । इससे नहीं फर्क बेवफाई या वफा करे । कुछ तो हो तेरे नाम का पास मेरे । तेरे गम से बेशक मेरा दिल भरा रहे । ------- मिलाप सिंह भरमौरी
बडे बडे ब्रांड सुंदर सुंदर पैकिंग पैकिंग के अंदर यह क्या बेच रहे हैं लेकिन मैगी के सैंपल फेल दवाईयों के सैंपल फेल सिविल सप्लाई का आटा फेल चल रहा है यह क्या खेल पैसा पैसा है ...
किस पर करें भरोसा । हर तरफ है धोखा । न सांसो की कोई गिनती न पल का कोई मौका । शायद हकीकत वो जानता है रोता है वो जो बच्चा । मान बैठे इसे अपना जीवन दुनिया तो है इक झरोखा । ------ मिलाप सिं...
इक पुडिया है खावो की बंद खुल जाए तो क्या क्या हो जाए किस्मत अपनी जाग उठे सारे गम सहरा में सो जाएँ खत्म हो जाए आंख मिचौली दिल में अपने दिल खो जाए बरसे हरसूं खूशबू की बौछारे हर म...
इक पुडिया है खावो की बंद खुल जाए तो क्या क्या हो जाए किस्मत अपनी जाग उठे सारे गम सहरा में सो जाएँ खत्म हो जाए आंख मिचौली दिल में अपने दिल खो जाए बरसे हरसूं खूशबू की बौछारे हर म...
किसी ओर तरीके से तू रेखा खींच देखा न करो मुझको सब लोगों के बीच बडी शर्म सी आती है मुझको जब करते हो इशारे हो जाता है मन मेरा बडा भयभीत -------- मिलाप सिंह भरमौरी
सूरज ने अब पकड बनाई हर ओर मची है त्राहि- त्राहि बदन हुआ पसीने से गीला अंदर बाहर हरसूं गर्मी छाई । नदी -नाले सब सूख रहे हैं पशु पक्षियों की शामत आई । कूलर पंखे सब फेल हो रहे गर्म ...
गेंग रेप ------------- बहुत बडा अपराध किया है तुमने इक लडकी को बर्बाद किया है गरीब है वो बच जाओगे तुम यह कैसे तुमने समझ लिया है चुप है वो तो क्या हुआ सब लोगों को कैसे चुप करवाओगे उसको तो ख...
अब तो चुप्पी तोडो हिमाचल की निर्भया तुम तेरे दर्द से कितनों की देखो आंखें हुई है नम तेरे चुप रहने से वो दरिंदे न पकडे जाएगें पता नहीं कितनो को वो फिर से शिकार बनाएंगे तेरे म...
जब याद तुम्हारी आती है इन आँखों से आँसू बहते हैं सूनी सी लगती है दुनिया सारी पल पल दर्द को सहते हैं है कोने कोने में तेरी याद बसी तू था तो अब क्यों दिखता नहीं अरे तुझको क्या है ...
टूट कर शीशे की तरह बिखर जाऊँगा। तू आबाद रहेगी और मैं उजड जाऊँगा। मै सिर्फ नशे की तरह हूँ सुन तेरे लिए । कल सुबह तक तेरे मन से उतर जाऊँगा। ------- मिलाप सिंह भरमौरी
छोटा बेबी गया रसोई रसोई में न जब देखा कोई देख के चीनी बेबी ललचाया मुँह में उसके पानी आया बेबी ने चीनी खाने की सोची अलमारी पर चडने को कुर्सी खींची चीनी का डिब्बा हाथ से फिसला ...
जब प्यार का दरिया उमडता है। तुमसे मिलने को दिल करता है। पर बीच में अपने देख के दूरी यह दिल ठंडी आहे भरता है। मिट जाएगी यह इक दिन दूरी नहीं रहेगी कोई मजबूरी। ...
कहना कुछ चाहते हैं कर कुछ जाते हैं जब सामने आ जाओ आप बस चुप रह जाते हैं समझ जाओ कभी तो खामोशी का मतलब निकाल कर पता नहीं क्यों मेरे जज्बात दवे रह जाते हैं ----- मिलाप सिंह भरमौरी
आंसुओं को आंखों में दबाया नहीं करते हर घडी किसी को यूँ रुलाया नहीं करते खुद ही समझ जाते हैं कद्र करने वाले 'मिलाप' यूं प्यार को बार बार जताया नहीं करते ------ मिलाप सिंह भरमौरी
तुझको मनाने के लिए अब तू ही बता मैं क्या करूं तेरी खामोशी डसती है बिन बात किए मैं कैसे रहूं हर बात पर जिद्द ठीक नहीं दिल को दुखाना जीत नहीं मान भी जाओ मन के मालिक यह तीखे तीर कै...
मान लो कहना बात समझना लव मैरिज कभी न करना कर भी ली है तो कोई बात नहीं फिर आपस में न कभी झगडना क्योंकि समझौता करवाने या तुमको समझाने कोई न आएगा पडेगा फिर जीवन भर अलग अलग रहना ------ ...
बचपन में हम संग संग खेले स्कूल में भी साथ साथ पढे और अब अच्छे पडौसी की तरह सुख दुख में संग संग रहते हैं हिन्दू और मुस्लिम दुश्मन है क्यों कुछ देशों के लोग कहते हैं -------- मिलाप सिं...