दिल कहता है

जब प्यार का दरिया उमडता है।
तुमसे मिलने को दिल करता है।

        पर बीच में अपने देख के दूरी
यह दिल ठंडी आहे भरता है।

         मिट जाएगी यह इक दिन दूरी
नहीं रहेगी कोई मजबूरी।

                 देख के अंबर की जानिब
मेरा मन मुझसे कहता है।

    ------- मिलाप सिंह भरमौरी

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