मनाने के लिए
तुझको मनाने के लिए
अब तू ही बता मैं क्या करूं
तेरी खामोशी डसती है
बिन बात किए मैं कैसे रहूं
हर बात पर जिद्द ठीक नहीं
दिल को दुखाना जीत नहीं
मान भी जाओ मन के मालिक
यह तीखे तीर कैसे सहूं
------ मिलाप सिंह भरमौरी
तुझको मनाने के लिए
अब तू ही बता मैं क्या करूं
तेरी खामोशी डसती है
बिन बात किए मैं कैसे रहूं
हर बात पर जिद्द ठीक नहीं
दिल को दुखाना जीत नहीं
मान भी जाओ मन के मालिक
यह तीखे तीर कैसे सहूं
------ मिलाप सिंह भरमौरी
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