कुछ भी कह दो यूंही वो भी राग हो जाते हैं। हुनर अगर पास हो तो पत्थर भी साज हो जाते हैं। हर तरफ कीचड है संभाल के रखना कदम अपने वरना सफेद कपडों में ज्यादा ही दाग हो जाते हैं। तोड दे...
कर लेते हो सबपे यकीन आदत तुम्हारी अच्छी नहीं है। तुने सुनी हैं जो लोगों से, वो बातें तमाम सच्ची नहीं हैं। खफा खफा रहते हो क्यों ,तुम फिर से करीब आओ न दूरी तुम्हारी इस कद्र ,न ज...
सूरज से खफा हूँ आजकल जल्दी छुप जाता है। घर पहुंचने से पहले ही गुप अँधेरा हो जाता है। सुनसान रास्तों की अजीब सी दहशत है। इन पर अकेले चलने से मन बहुत घबराता है। कभी कभी दिल करत...
उडकर कहां जाओगे पेड की डाल से। आकर्षण बहुत गहरा है उलझन की जाल में । प्यासा सा है मन और भूख भी बढी सी है। पुलाव बहुत पकते हैं सब लेकिन बस ख्याल में। ....... मिलाप सिंह भरमौरी
साधारण नहीं है समस्या यह भारी है। मानवता को मारने की लगती तैयारी है। प्रदूषण के कारण बंद करने पड गए स्कूल। अब तो साईकिल चलाने में ही समझदारी है। ........ मिलाप सिंह भरमौ...
न सरहद पर वह शहीद हुआ था। और न ही आजादी की लडी लडाई थी। नेता इसलिए बन गया वो कई बार क्योंकि उसने जनता मूर्ख बनाई थी। अगर अपना पैसा नहीं लगाया उसने तो उसे मुफ्त का इतना सम्मान क...
चर्चे तेरी बुलंदियों के आम हैं। तेरी इक झलक के लिए शहर जाम हैं। दुश्मनों की तो हम बात मानते हैं। लेकिन ये कुछ दोस्त भी क्यों परेशान हैं। ......... मिलाप सिंह भरमौरी
अगर हम रोज डियूटी के लिए साईकिल से जाएंगे । तो सोचो जीवन में कितना ही पैट्रोल बचाएंगे। एक तो बचेगा पैसा ढेर सारा दूजा शरीर भी रहेगा फिट हमारा। और इस प्यारी सी प्रकृति को भी ...
हर छल को अपनाते हो फिर भी खुद को साफ बताते हो। थोडा तो समझ हमें भी आता है जो सबको तुम समझाते हो। जरूर गलत होंगे वो भी बेशक यह स्वीकार हर्ष से करता हूँ। पर दोस्त तुम भी वैसे हो नह...
जिसमें अपने आएं ही न मौका वो शानदार नहीं होता है। गरीबों को भ्रमाने वाला तो कोई जानदार नहीं होता है। सब कहने की बातें है साहिब तुम इन्हें ढकी ही रहने दो। पढा लिखा हर इंसान द...
जब रास्ता न दिखाई दे तो रुक जाना चाहिए। खतरा हो सिर फूटने का तो झुक जाना चाहिए। अरे गलत राय बनेगी तेरी उल्टी सीधी बातों से । जब कुछ भी समझ न आए तो चुप हो जाना चाहिए। ...... मिलाप सिं...
मत लडो दोस्तो आपस में। पेच बडे हैं सियासत में। उनको न कोई फर्क पडेगा क्यों फसते हो खुद आफत में। अपने काम से काम रखो बदलाब करो थोडा आदत में। कोई भी न काम आएगा छोड जाएंगे तेरी ह...
पूछ कर हाल बहाने से लोग सताने भी आएंगे। याद दिला कर लम्हों की एहसान जताने भी आएंगे। तू सोचना मत ज्यादा बदले हुए चेहरे देखकर । जब बढोगे मंजिल की तरफ लोग गिराने भी आएंगे। ..... मि...
खत्म हुआ महिलाओं से मजाक। अब नहीं रहा भारत में तीन तलाक। आजादी के बाद यह ऐतिहासिक मौका है। खुशकिस्मत हैं हम जिन्होने यह दिन देखा है। ........ मिलाप सिंह भरमौरी
काम कोई भी इतना आसान नहीं होता है। पर सफल व्यक्ति कभी परेशान नहीं होता है। बस अपनी मंजिल ही दिखाई देती है उसको । राह की ठोकरों पर उसका ध्यान नहीं होता है। ...
ख्बाईशें इसलिए भी इंसान की पूरी नहीं होती । क्योंकि चीज वो भी मांगता है जो जरूरी नहीं होती । एक के बाद एक अपनी इच्छाओं को बढा लेता है। बेवजह मजबूर होता है लेकि...
यूंही बेकार बैठे हैं चलो इक काम करते हैं। जम चुकी है बहुत धूल मन को साफ करते हैंं। भला अब रखा ही क्या है उन बेकार की बातों में। छोडते हैं दुश्मनी को सब को माफ करते हैं। ...... मिलाप ...
अभी दिन है कोई शाम नहीं है अँधेरों का दूर तक नाम नहीं है चलो देते हैं कोई बेतुका सा व्यान कई दिनों से शहर में बवाल नहीं है कुछ करें तो कदम रोक देते हैं और न करें तो कहते हैं काम न...
जो होता है उसे होने दो । अभी मन को आराम से सोने दो। खाली पडे हैं खेत कर्म के उसे मनचाहा बीज बोने दो। देखते हैं क्या उगता है उसमें अभी समय को आगे होने दो। आँखो में सब साफ दिखेगा इ...
नया नया चाहने वाला है जरूर जान का ही होगा। पके बाल है उसके ले लेते हैं मशवरा काम का ही होगा। कोई ओर नहीं आएगा यहां तुझे गिराने के लिए। जब भी कोई धक्का देगा वंदा पहचान का ही होग...
सोचें तो कौन परेशान नहीं होता है। बस अपने सिबाए ध्यान नहीं होता है। थोडा सा अलगर्जीपन भी जरूरी है जीवन में ज्यादा सोचने से कोई काम आसान नहीं होता है। .......... मिलाप सिंह भरमौ...
बहुत दिनों से उनसे बात नहीं हुई है। बादल तो बहुत आए, पर बरसात नहीं हुई है। ये बरसेंगे जरूर मेघ और बुझेगी तिशनगी भी। अभी हवाओं की नमी से ,उस कद्र मुलाकात नहीं हुई है। .....
मिल जाए कोई चीज तो कद्र घट जाती है । पर जब पास न हो तो वो बहुत भाती है। इसलिए तो हम दूर रहते है तुमसे हमेशा जब दूर होते हो तुम तो तुम्हारी याद बहुत आती है । ...... मिलाप सिंह भरमौरी
कभी हां करते है कभी मुकर जाते हैं। कितने ही खूबसूरत पल यूंही गुजर जाते हैं। जरूरी तो नहीं है कि सब बर्बाद ही होते हैं मोहाबत में प्यार अगर सच्चा हो तो बिगडे हुए भी सुधर ज...
देखा है मैंने अक्कसर ये है सब लाभ हानि के चक्कर में मांग रहा है हर कोई ओर ज्यादा ढूंड रहा है चीनी शक्कर में क्यों सोने के वस्न सिलाता जाता आता तो है रोज वो खद्दर में तृष्णा तू ...
मैं तुझको पाने के सपने देखता हूँ। हर चेहरे में खास अपने देखता हूँ। क्या हकीकत में मिल जाओगे तुम मुझको या यूंही मैं खाव अपने बेचता हूँ । ......... मिलाप सिंह भरमौरी
यह दिल आखिर चाहता क्या है सकून का असली रास्ता क्या है। उसको तो चाहिए बस अपनी ही खुशी तेरे दर्द से उसको वास्ता किया है । नरम लफ्जों में भी जाल घने हैं उसकी मक्कारी को तू जानता ...
वो कहते थे मौहाबत को निभाएगें मर कर भी। जिया जाता है इस जहां में भला डर कर भी। वादा करते थे कभी वो उम्र तक साथ निभाने का पर वक्त क्या बदला देखा ही नहीं हमें मुडकर भी। ....
अपनी गलती का पता चलते ही उसे जल्दी से सुधार लेना चाहिए। क्योंकि आगे चलकर रास्ते ओर भी जटिल हो जाते हैं। ठीक वैसे ही जैसे रात के छोडे हुए बर्तन सुबह कठिनाई से साफ होते हैं । ल...
बिना हाथ चलाए कभी नैइया पार नहीं होती काट सके सच्ची लगन को ऐसी कोई धार नहीं होती चाह रख मंजिल को पाने की दिल में हमेशा क्योंकि चाहने वालों की कभी हार नहीं होती क्योंकि चाहन...
जब भी याद आती है तो दिल उदास होता है तुमसे दूर होने का बहुत बुरा एहसास होता है जैसे मुझे काटने को आती है ये दिवारे घर की और फिर चुपके से यह मासूम पूरी रात रोता है ............ मि...
बच कर रहना उनसे जो खिलाते पिलाते हैं कुछ ही समय बाद वो असर भी दिखाते हैं अगर बन न पाए फिर भी कोई काम उनका तो ओर कुछ नहीं तो तू तडाक पर ही उतर आते हैं ......... मिलाप सिंह भरमौरी